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किडनैपिंग के मामले में बच्चे की मां ने दिए कोर्ट में बयान| भाजपा युवा नेता शीतलअगुराल भाई राजन अगुराल समेत छह लोग हैं दोषी
कुछ दिन पहले शीतल अगुराल ,राजन अगुरालके हक में बोलने वाली बच्चे की मां ने अदालत में अब अपने बयान उनके खिलाफ दर्ज कराएं हैं बच्चे की मां ने कोर्ट में 164 के बयान दर्ज कराते हुए कहा कि मेरे बेटे के साथ शीतल, राजन व अन्य ने मारपीट और गलत काम किया है| उनका छोटा सा बेटा 2 महीने दहशत में रहा है | बच्चे की मां ने कहा कि उसे डरा धमका कर 15 मई को शीतल और उसका भाई अन्य लोगों ने उससे जबरदस्ती पेपरों पर साइन करवा लिए थे| शीतल और उसका भाई क्रिमिनल टाइप के लोग हैं उनकी फैमिली को कभी भी मरवा सकते हैं उन्हें राजन व शीतल से अपनी फैमिली की जान का खतरा बना हुआ है उन्हें डर है कि राजन, शीतल उनकी फैमिली को मरवा सकते हैं यदि इस तरह की कोई भी घटना होती है तो उसका पूर्ण तौर पर राजन शीतल जिम्मेवार होगा!क्या कहा शीतल अंगूर वालों के वकील ने
वहीं बचाव पक्ष ने कहा कि इनका क्लाइंट को 2 महीने पुरानी झूठी कहानी बनाकर फसाया जा रहा है| ऐसी कोई घटना नहीं हुई है| बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि एसीपी बलजिंदर सिंह ने पॉलीटिकल प्रेशर के चलते और बदले की भावना से झूठा मामला दर्ज किया है| क्योंकि उनके क्लाइंट ने एसीपी बलजिंदर सिंह की sc कमिशन में कंप्लेंट दर्ज करवाई हुई है| बचाव पक्ष के वकील राज कुमार भल्ला ने कहा कि करोना वायरस का प्रकोप चल रहा है और इसलिए उनके क्लाइंट को राहत दी जानी चाहिए|
प्रॉसीक्यूशन ने कोर्ट को दी अपनी दलील|
एडवोकेट दर्शन सिंह और सरकारी वकील अमनपाल ने कहा कि यह आरोपियों का पहला जुर्म नहीं है| इससे पहले भी आरोपियों पर बड़े बड़े क्रिमिनल केस हैं| आरोपी शीतल अंगुराल कर्फ्यू के दौरान जुआ खेलता हुआ पकड़ा गया था| और अब इन्होंने एक गरीब परिवार के नाबालिक बच्चे को 5 दिन बंधक बनाकर पीटने वाले आरोपी शीतल अंगुराल व अन्य को कोई भी राहत ना दी जाए| क्योंकि यह आरोपी का पहला जुर्म नहीं है| पहले भी कई क्रिमिनल केस चल रहे हैं| केस के हर पहलू की जांच होना बहुत जरूरी है| बच्चे को किडनैप करके कहां ले जाया गया| जिस गाड़ी में बच्चे को ले जाया गया वह गाड़ी भी बरामद की जानी चाहिए| इस नाबालिग गरीब परिवार के बच्चे को पीटने का क्या कारण था| पुलिस को इसी प्रकार के कई सवालों के जवाब अभी चाहिए| टॉर्चर से डरे हुए बच्चे को डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन के अफसर थाने में लेकर गए थे| तब जाकर एफ आई आर दर्ज हुई है इस| इस मामले में सियासी दबाव की कोई बात नहीं है|
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